Wednesday 23 April 2014

Cloud Computing क्लाउड कम्यूटिंग

Cloud Computing क्लाउड कम्यूटिंग



क्लाउड कम्यूटिंग (Cloud Computing) या मेघ संगणना वास्तव में इंटरनेट-आधारित प्रक्रिया और कंप्यूटर ऐप्लीकेशन का इस्तेमाल है। गूगल एप्स क्लाउड कंप्यूटिंग का एक उदाहरण है जो बिजनेस ऐप्लीकेशन ऑनलाइन मुहैया कराता है और वेब ब्राउजर का इस्तेमाल कर इस तक पहुंचा जा सकता है।

इंटरनेट पर सर्वरों में जानकारियाँ (अनुप्रयोग, वेब पेजेस, प्रोग्राम इत्यादि सभी) सदा सर्वदा के लिए भंडारित रहती हैं और ये उपयोक्ता के डेस्कटॉप, नोटबुक, गेमिंग कंसोल इत्यादि पर आवश्यकतानुसार अस्थाई रूप से संग्रहित रहती हैं। इसे थोड़ा विस्तारित और सरल रूप में कहें तो सीधी सी बात है कि अब तक जो सॉफ्टवेयर प्रोग्राम आप स्थानीय रूप से अपने कम्प्यूटर और लैपटॉप-नोटबुक पर संस्थापित करते रहे थे, अब इनकी कतई आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि ये सब सॉफ्टवेयर अब आपको वेब सेवाओं के जरिए मिला करेंगी। यही नहीं, गूगल गियर जैसे अनुक्रमों के जरिए आपको इस तरह की बहुत सारी सुविधाएं ऑफ़लाइन भी मिला करेंगीं।

प्रमुख विशेषताएँ

कम लागत - किसी उद्यम को कम या लगभग शून्य लागत पर आरम्भ किया जा सकता है। चलाने का खर्च भी कम है।
क्लाउड कम्प्यूटिंग की सुविधाएँ एपीआई (API) के माध्यम से प्राप्त की जातीं है।
प्रयोक्ता की स्थिति एवं उसके द्वारा प्रयुक्त युक्ति (डिवाइस) कुछ भी होने पर भी इसका उपयोग किया जा सकता है क्योंकि यह ब्राउजर पर आधारित है।
विश्वशनीयता - चूंकि यह बड़े एवं विश्वसनीय कम्पनियों द्वारा प्रदत्त सेवा है (जैसे अमेजन डॉट काम) - यह बहुत विश्वसनीय है।
आवश्यकता के अनुसार कम-ज्यादा करने की सुविधा (स्केलेबिलिटी) - आप कम क्षमता किराये से ले सकते हैं और जैसे ही आपको लगे कि आपको अधिक क्षमता की आवश्यकता है, अधिक क्षमता खरीद लीजिये। यह बदलाव एक घंटे से भी कम समय में किया जा सकता है।

लाभ

क्लाउड कंप्यूटिंग कंपनियों के प्रौद्योगिकी खर्च में कमी लाता है, क्योंकि इसे संबद्ध ऐप्लीकेशन सदस्यता शुल्क चुका कर ऑनलाइन के जरिये किराए पर लिया जा सकता है। क्लाउड कंप्यूटिंग तकनीक समय की बचत, इन्फ्रास्ट्रक्चर लागत में कमी, डाटा भंडारण में सुगमता, ऐप्लीकेशन प्रबंधन खर्च आदि में अहम भूमिका निभाती है। क्लाउड कम्प्युटिंग के किराये का मॉडल भी बहुत सुविधाजनक है। यहां तक कि इसे एकाध घंटे के लिये किराये पर लिया जा सकता है।

Cloud computing

Cloud computing

In computer networking, cloud computing is computing that involves a large number of computers connected through a communication network such as the Internet, similar to utility computing. In science, cloud computing is a synonym for distributed computing over a network, and means the ability to run a program or application on many connected computers at the same time.

In common usage, the term "the cloud" is essentially a metaphor for the Internet. Marketers have further popularized the phrase "in the cloud" to refer to software, platforms and infrastructure that are sold "as a service", i.e. remotely through the Internet. Typically, the seller has actual energy-consuming servers which host products and services from a remote location, so end-users don't have to; they can simply log on to the network without installing anything. The major models of cloud computing service are known as software as a service, platform as a service, and infrastructure as a service. These cloud services may be offered in a public, private or hybrid network. Google, Amazon, IBM, Oracle Cloud, Salesforce, Zoho and Microsoft Azure are some well-known cloud vendors.

Network-based services, which appear to be provided by real server hardware and are in fact served up by virtual hardware simulated by software running on one or more real machines, are often called cloud computing. Such virtual servers do not physically exist and can therefore be moved around and scaled up or down on the fly without affecting the end user, somewhat like a cloud becoming larger or smaller without being a physical object.

Wednesday 2 April 2014

द्रव्य व उसकी प्रकृति

द्रव्य व उसकी प्रकृति

हर वह वस्तु जिसमें भार होता है और जगह घेरती है, उसे द्रव्य कहते हैं। किसी भी वस्तु में द्रव्य की मात्रा को द्रव्यमान (mass) कहते हैं।

वर्गीकरण
हम द्रव्य को शुद्ध पदार्थ तथा मिश्रण में वर्गीकृत कर सकते हैं। द्रव्य का वर्गीकरण तत्व, यौगिक और मिश्रण में भी किया जाता है।
तत्व (Element)- वह पदार्थ जो न तोड़ा जा सकता है और न ही दो या अधिक साधारण पदार्थों से भौतिक या रासायनिक प्रक्रियाओं द्वारा बनाया जा सकता है, तत्व कहलाता है। उदाहरण- ताँबा (Cu), चाँदी (Ag), हाइड्रोजन (H) आदि।

यौगिक (Compound)- दो या अधिक तत्वों का निश्चित अनुपात में संयोजन यौगिक कहलाता है। यह किसी विधि द्वारा दो या अधिक तत्वों में विभाजित किया जा सकता है। इन यौगिकों के गुणधर्म इनके घटक तत्वों से बिल्कुल ही भिन्न होते हैं। उदाहरण- जल, शर्करा, लवण, क्लोरोफॉर्म आदि।

मिश्रण (Mixture)- जब हम किसी भी दो या अधिक पदार्थ, तत्व या यौगिक को अनिश्चित अनुपात में मिलाते हैं तो प्राप्त होने वाले पदार्थ को मिश्रण कहा जाता है। मिश्रण में घटकों का गुण धर्म अपरिवर्तित रहता है। उदाहरण- पेट्रोल, वायु, औषधि इत्यादि। मिश्रण को समांगी (Homogeneous) व असमांगी (Heterogeneous)- दो प्रकारों में विभाजित किया जाता है।