Friday 10 October 2014

नोबेल जीतने वाले भारत के नौ चेहरे

भारत से ताल्लुक रखने वाले नौ लोगों को अब तक अलग अलग वर्गों में पुरस्कार मिल चुका है. जानना चाहेंगे कौन हैं ?

रविंद्रनाथ टैगोर

टैगोर भारत के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता थे जिन्हें साहित्य के क्षेत्र में योगदान के लिए इस पुरस्कार से नवाज़ा गया था.
टैगोर को 1913 में जब ये सम्मान मिला तब वो ये पुरस्कार पाने वाले पहले गैर यूरोपीय थे.

हरगोविंद खुराना

जाने माने भारतीय मूल के वैज्ञानिक हरगोविंद खुराना को 1968 में मेडिसीन के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार मिला था.
खुराना का शोध इस विषय पर था कि एंटी बायोटिक खाने का शरीर पर किस तरह का व्यापक असर होता है. भारत के पंजाब में जन्मे खुराना ने आगे चलकर अमरीका के जाने माने एमआईटी इंस्टीट्यूट से पढ़ाई की थी और अमरीका में ही बस गए थे.

सीवी रमण

मद्रास में 1888 में जन्मे सीवी रमण का योगदान फिजिक्स विषय में था और उन्होंने प्रकाश से जुड़े जिन प्रभावों की खोज की थी उन्हें रमन इफेक्ट के नाम से जाना जाता है.
उन्हें 1930 में फिजिक्स के क्षेत्र में ये पुरस्कार दिया गया.

वीएएस नायपॉल

त्रिनिदाद एंड टोबैगो में जन्मे विद्याधर सूरजप्रसाद नायपॉल के पूर्वज गोरखपुर से गिरमिटिया मज़दूर के रुप में त्रिनिदाद पहुंचे थे.
नायपॉल के उपन्यासों में भारत को काफी महत्व दिया गया लेकिन भारत को लेकर उनका नज़रिया काफी विवादित भी रहा.
ब्रिटेन में बसे नायपॉल को 2001 में साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए नोबेल दिया गया.

वेंकट रामाकृष्णन

भारतीय मूल के वेंकट रामाकृष्णन मदुरै में जन्मे थे और इस समय कैंब्रिज़ में पठन पाठन करते हैं. उन्हें वर्ष 2009 में राइबोसोम के स्ट्रक्चर और कार्यप्रणाली के क्षेत्र में शोध के लिए केमिस्ट्री का नोबेल पुरस्कार दिया गया था.
बीबीसी हिंदी के साथ बातचीत में उन्होंने कहा था कि हर वैज्ञानिक ये सोचकर काम नहीं करता कि उसे नोबेल पुरस्कार मिलेगा.

मदर टेरेसा

अल्बानिया मूल की मदर टेरेसा ने कोलकाता में गरीबों और पीड़ित लोगों के लिए जो किया वो दुनिया में अभूतपूर्व माना जाता है.
मदर टेरेसा अपनी मृत्यु तक कोलकाता में ही रही और आज भी उनकी संस्था गरीबों के लिए काम कर रही है.

सुब्रहमण्यम चंद्रशेखर

चंद्रशेखर का जन्म 1910 में लाहौर में हुआ था और उनकी पढ़ाई अमरीका में हुई. उनका विषय एस्ट्रोफिजिक्स था और उन्हें 1983 में सितारों की आकृति और कैसे सितारे बने इसके सैद्धांतिक शोध के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार मिला.

कैलाश सत्यार्थी

वर्ष 2014 का शांति का नोबेल पुरस्कार कैलाश सत्यार्थी को मिला है. कैलाश को बच्चों के लिए किए गए उनके काम को देखते हुए ये पुरस्कार दिया गया है.

आर के पचौरी

राजेंद्र पचौरी का काम पर्यावरण के क्षेत्र में था और वो लंबे समय तक टेरी (टाटा एनर्जी रिसर्च इंस्टीट्यूट) से जुड़े रहे.
उनके शोध पत्र जलवायु परिवर्तन पर थे और उन्हें वर्ष 2007 में संयुक्त राष्ट्र की जलवायु परिवर्तन के लिए बनी कमिटी के साथ संयुक्त रुप से शांति के लिए नोबेल मिला था.

अमर्त्य सेन

भारतीय मूल के अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन अपनी पुस्तक द आरग्यूमेंटेटिव इंडियन के लिए काफी चर्चित रहे लेकिन अर्थशास्त्र में उनका काम उल्लेखनीय रहा है.
उन्हें 1998 में नोबेल पुरस्कार दिया गया था अर्थशास्त्र के क्षेत्र में.

भारतीय कृषि से जुड़े महत्‍वपूर्ण तथ्‍य



भारत एक कृषि प्रधान देश है. कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. भारत में कृषि सिंधु घाटी सभ्यता के दौर से की जाती रही है. 1960 के बाद देश में कृषि के क्षेत्र में हरित क्रांति के साथ नया दौर आया. भारत की खेती से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्‍य इस प्रकार हैं:




(1) भारत के कुल क्षेत्रफल का लगभग 51 फीसदी भाग पर कृषि, 4 फ़ीसदी पर पर चरागाह, लगभग 21 फीसदी पर वन और 24 फीसदी बंजर और बिना उपयोग की है.

(2) देश की कुल श्रम शक्ति का लगभग 52 फीसदी भाग कृषि और इससे सम्बंधित उद्योग और धंधों से अपनी आजीविका चलता है.

(3) 2004-2005 में भारत के निर्यात में कृषि और सम्बंधित वस्तुओं कानुपात लगभग 40 फीसदी रहा.

(4) विश्व में चावल उत्पादन में चीन के बाद भारत का दूसरा स्थान है. भारत में खाद्यान्नों के अंतर्गत आने वाले कुल क्षेत्र के करीब 47 फीसदी भाग पर चावल की खेती की जाती है.

(5) विश्व में गेंहू उत्पादन में चीन के बाद भारत का दूसरा स्थान है. देश की कुल कृषि योग्य जमीन के लगभग 15 फीसदी भाग पर गेंहू की खेती की जाती है.

(6) देश में गेंहू के उत्पादन में उत्तर प्रदेश का प्रथम स्थान है, जबकि प्रति हेक्टेयर उत्पादन में पंजाब का प्रथम स्थान है.

(7) हरित क्रांति(Green Revolution) का सबसे अधिक प्रभाव गेंहू और चावल की कृषि पर पड़ा है, परंतु चावल की तुलना गेंहू के उत्पादन में अधिक वृद्धि हुई.

(8) भारत में हरित क्रांति लाने का श्रेय डॉक्टर एम एस स्वामीनाथन को जाता है. भारत में हरित क्रांति की शुरुआत 1967-1968 में हुई.

(9) प्रथम हरित क्रांति के बाद 1983-1984 में द्वितीय हरित क्रांति की शुरुआत हुई, जिसमें अधिक अनाज उत्पादन, निवेश और किसानों को दी जाने वाली सेवाओं का विस्तार हुआ.

(10) तिलहन प्रौद्योगिकी मिशन की स्थापना 1986 में हुई.

(11) भारत विश्व में उर्वरक (फर्टिलाइजर) का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता देश है.

(12) पोटाशियम फर्टिलाइजर का पूरी तरह आयात किया जाता है.

(13) आम, केला, चीकू, खट्टे नींबू, काजू, नारियल, काली मिर्च, हल्दी के उत्पादन में भारत का स्थान पहला है.

(14) फलों और सब्जियों के उत्पादन में भारत का स्थान दुनिया में दूसरा है.





फसल
प्रमुख उत्पादक राज्य
1.
चावल
पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, आन्ध्र प्रदेश, बिहार और पंजाब
2.
गेंहू
उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान
3.
ज्वार
महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और राजस्थान
4.
बाजरा
गुजरात, राजस्थान और उत्तर प्रदेश
5.
दलहन
मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात और आंध्र प्रदेश
6.
तिलहन
मध्य प्रदेशगुजरातउत्तर प्रदेशबिहारराजस्थान, पश्चिम बंगाल और ओडिशा
7.
जौ
उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार और पंजाब
8.
गन्ना
उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, हरियाणा और पंजाब
9.
मूंगफली
गुजरात, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू, कर्नाटक, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश
10.
चाय
असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, त्रिपुरा, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश
11.
कहवा
कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र
12.
कपास
महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, पंजाब, कर्नाटक, हरियाणा, राजस्थान, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश
13.
रबड़
केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, असम और अंडमान निकोबार द्वीप समूह
14.
पटसन
पश्चिम बंगाल, बिहार, असम, ओडिशा और उत्तर प्रदेश
15.
तम्बाकू
आंध्र प्रदेश, गुजरात, बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु
16
काली मिर्च
केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और पुडुचेरी
17
हल्दी
आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और बिहार
18
काजू
केरल, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश

योजना आयोग


योजना आयोग


भारत का योजना आयोग, भारत सरकार की एक संस्था है जिसका प्रमुख कार्य पंचवर्षीय योजनायें बनाना है. इसके अतिरिक्त इसके अन्य कार्य हैं:

1. देश के संसाधनों का आकलन करना.
2. इन संसाधनों के प्रभावी उपयोग के लिए पंचवर्षीय योजनाओं का निर्माण करना.
3. प्राथमिकताओं का निर्धारण और योजनाओं के लिए संसाधनों का आवंटन करना.
4. योजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए आवश्यक मशीनरी का निर्धारण करना.
5. योजनाओं की प्रगति का आवधिक मूल्यांकन करना.
6. देश के संसाधनों का सबसे प्रभावी और संतुलित ढंग से उपयोग करने के लिए योजनाओं का निर्माण करना.
7. आर्थिक विकास को बाधित करने वाले कारकों की पहचान करना.
8. योजना के प्रत्येक चरण के सफल क्रियान्वयन के लिए आवश्यक मशीनरी का निर्धारण करना.


नोट:

1. भारत में योजना आयोग के संबंध में कोई संवैधानिक प्रावधान नहीं है.
2. 15 मार्च, 1950 ई० को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा पारित प्रस्ताव के द्वारा योजना आयोग की स्थापना की गई थी. योजना आयोग का अध्यक्ष प्रधानमंत्री होता है.

भारत के सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी और पाक की मलाला को शांति का नोबेल

भारत के सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी और पाक की मलाला को शांति का नोबेल

मलाला

1. मलाला का जन्म 1997 में पाकिस्तान के खैबर पख्‍तूनख्‍वाह प्रांत के स्वात जिले में हुआ.
2. मलाला के पिता का नाम जियाउद्दीन युसुफजई हैं.
3. मलाला मिंगोरा शहर में आठवीं कक्षा की छात्रा है. मिंगोरा पर तालिबान ने 2007 से मई 2009 तक कब्जा कर रखा था.
4. इसी बीच तालिबान के भय से लड़कियों ने स्कूल जाना बंद कर दिया था. मलाला का संघर्ष यहीं से शुरू होता है.
5. वर्ष 2009 में मलाला ने अपने छद्म नाम 'गुल मकई' से बीबीसी के लिए एक डायरी लिखी. इसमें उसने स्वात में तालिबान के कुकृत्यों का वर्णन किया था.
6. मलाला यूसुफजई पर 9 अक्टूबर 2012 को तालिबान आतंकवादियों ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वात घाटी में हमला किया था.
7. तालिबान हमले के बाद मलाला जब स्वस्थ हुई तो अंतरराष्‍ट्रीय बाल शांति पुरस्कार, पाकिस्तान का राष्ट्रीय युवा शांति पुरस्कार (2011) के अलावा कई बड़े सम्मान मलाला के नाम दर्ज होने लगे.
8. संयुक्त राष्ट्र की ओर से 12 जुलाई को मलाला दिवस भी घोषित किया गया.

कैलाश सत्‍यार्थी

1. कैलाश सत्यार्थी सामाजिक कार्यकर्ता और बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक अध्यक्ष हैं.
2. इसमें लगभग 80,000 स्वयंसेवक हैं, जो लगातार मासूमों के जीवन में खुशियों के रंग भरने में लगे रहते हैं.
3. अब तक 80 हजार से ज्यादा बच्चों की जिंदगी कैलाश सत्यार्थी ने बदली है.
4. 11 जनवरी 1954 को जन्मे कैलाश सत्यार्थी भोपाल गैस त्रासदी के राहत अभियान में भी इन्‍होंने जमकर काम किया.
5. 2009 में सत्‍यार्थी को डेफेंडर ऑफ डेमोक्रेसी अवॉर्ड (अमेरिका) मिला
6. 2008 में अलफांसो कोमिन इंटरनेशनल अवॉर्ड (स्‍पेन) इन्‍हें मिला
7. 2007 में मेडल ऑफ द इटालियन सेनाटे (Medal of the Italian Senate) सम्‍मान से नवाजे गए
8. 2006 में फ्रीडम अवॉर्ड (अमेरिका)
9. 2002 में वैलेनबर्ग मेडल, यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन
10. 1999 में फ्राइड्रीच इबर्ट स्‍टीफटंग अवॉर्ड (जर्मनी)
11. 1995 में रॉबर्ट एफ. कैनेडी ह्यूमन राइट अवॉर्ड (अमेरिका)
12. 1985 में द ट्रमपेटेर अवॉर्ड (अमेरिका)
13. 1984 में द आचेनेर इंटरनेशनल पीस अवार्ड (जर्मनी)