Tuesday 29 March 2016

What is Virat टी-20 के नंबर वन बल्लेबाज़ बने कोहली


What is Virat



विराट कोहली ने चार मैचों में 92 की औसत से 184 रन बनाए हैं. वर्ल्ड टी-20 से पहले विराट कोहली रैंकिंग में दूसरे नंबर पर थे.
पहले नंबर पर थे ऑस्ट्रेलिया के एरॉन फ़िंच, जो कोहली से 24 प्वाइंट आगे थे. लेकिन अब फिंच को उन्होंने पीछे छोड़ दिया है. अब कोहली उनसे 68 प्वाइंट आगे हैं.
टी-20 के टॉप टेन बल्लेबाज़ों में कोहली के अलावा कोई भी भारतीय खिलाड़ी नहीं है.
न्यूज़ीलैंड के मार्टिन गप्टिल भी अच्छा प्रदर्शन करके तीसरे स्थान पर पहुँच गए हैं, पहले वे पाँचवें नंबर पर थे. एक मैच में विस्फोटक पारी खेलने वाले गेल छठे नंबर पर हैं.
लेकिन गेंदबाज़ी में भारत को झटका लगा है. आर अश्विन पहले नंबर पर थे, लेकिन अब वे तीसरे नंबर पर आ गए हैं. वेस्टइंडीज़ के सैमुएल बद्री पहले नंबर पर आ गए हैं.
भारत के रवींद्र जडेजा सातवें नंबर पर हैं. टीम की बात करें, तो टी-20 की रैंकिंग में भारतीय टीम नंबर वन स्थान पर बनी हुई है. दूसरे पर न्यूज़ीलैंड और तीसरे पर वेस्टइंडीज़ है.

Monday 7 March 2016

ईमेल के आविष्‍कारक के रूप में अपनी पहचान के लिए लड़ रहे हैं शिवा अय्यादुरई



ईमेल के आविष्‍कारक के रूप में अपनी पहचान के लिए लड़ रहे हैं शिवा अय्यादुरई

बीते शनिवार को आधुनिक ईमेल के आविष्‍कारक रेमंड टॉमलिंसन की मौत हो गई थी और दुनियाभर में उन्‍हें श्रद्धांजलि दी जा रही थी लेकिन मैसाचुसेट्स के कैम्‍ब्रिज में रहने वाले शिवा अय्यादुरई जरा नाराज नजर आए। उनका कहना है कि जब वह 14 साल के थे तब उन्‍होंने ईमेल का आविष्‍कार 1978 में किया था।

ईमेल के जनक और ईमेल एड्रेस में सबसे पहले @ सिम्‍बॉल इस्‍तेमाल करने के लिए न्‍यूयॉर्क में जन्‍मे रेमंड टॉमलिंसन को पहचान मिली थी। इतना ही नहीं जीमेल ने भी ट्वीट किया 'ईमेल के आविष्‍कारक और @ इस्‍तेमाल करने की शुरुआत के लिए शुक्रिया रे टॉमलिंसन।' लेकिन मुंबई में जन्‍में और सात साल की उम्र में परिवार के साथ यूएस जाकर बसे शिवा अय्यादुरई को यह बात सही नहीं लगी। वे कहते हैं कि उन्‍होंने 14 साल की उम्र में ईमेल का अ‍ाविष्‍कार किया था। लंबे समय से शिवा अपनी इस पहचान के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं।

टॉमलिंसन की मौत के कुछ घंटों बाद ट्वीट में अय्यादुरई ने लिखा ' मैं छोटी जाति का,गहरे रंग की त्‍वचा वाला भारतीय हूं, जिसने ईमेल का आविष्‍कार किया। रेथ‍ियॉन ने यह काम नहीं किया, जो युद्ध, मौतों और झूठ से मुनाफ कमाती है।' शिवा ने यह ट्वीट हथ‍ियार बनाने वाली कंपनी रेथियॉन के संदर्भ में किया, जहां पर रेमंड टॉमलिंसन काम करते थे।'

वास्‍तव में शिवा अय्यादुरैई ने ईमेल पर या 'कम्‍प्‍यूटर प्रोग्राम फॉर इलेक्‍ट्रॉनिक मेल सिस्‍टम' का पहला यूएस कॉपीराइट 1982 में करवाया था। इस काम के लिए उन्‍हें कई सम्‍मान भी मिल चुके हैं। उन्‍होंने भले ही पहला ईमेल प्रोग्राम या कोड न लिखा हो, कई जगहों पर उन्‍हें एक ऐसा डिवाइस बनाने के लिए पहचाना जाता है, जो आप के ईमेल सिस्‍टम के बहुत करीब है।

उनकी इन बातों को नकारा नहीं जा सकता है और उन्‍हें मिले सम्‍मान इस बात की पुष्टि करते हैं। मगर उन्‍हें आधिकारिक रूप से सरकार से या टेक कम्‍यूनिटी से पहचान नहीं मिल पाई है। इंटरव्‍यू में अय्यादुरई बताते हैं कि 1978 में न्‍यूजर्सी में 14 साल की उम्र में उन्‍हें टेक्‍नोलॉजी के लिए कोई ऐक्‍सेस नहीं था, क्‍योंकि उन दिनों टेक्‍नोलॉजी मिलिट्री के लिए ही थी। इसलिए उनका काम लोकल एरिया नेटवर्क और इथरनेट कॉर्ड पर आधारित था।

वे कहते हैं 'टॉमलिंसन ने कम्‍प्‍यूटर्स के बीच टेक्‍स्‍ट मैसेज भेजा था। टेक्‍स्‍ट मैसेज ईमेल नहीं है। ईमेल अलग सिस्‍टम है जिसमें इनबॉक्‍स, आउटबॉक्‍स, ड्राफ्ट, फोल्‍डर, अटैचमेंट, ग्रुप, रिप्‍लाई और डिलीट जैसे फीचर होते हैं। मैंने ऐसा सॉफ्टवेयर सिस्‍टम बनाया था जो इंटरऑफ‍िस मेल सिस्‍टम जैसा था। मैंने अपने सॉफ्टवेयर का नाम ईमेल रखा। इस टर्म को पहले कभी भी इस्‍तेमाल नहीं किया गया था और मैंने इस सॉफ्टवेयर पर पहला यूएस कॉपीराइट भी करवाया। मैं उस वक्‍त ऑफ‍िशियली ईमेल का जनक बन गया जब अमेरिका का सुप्रीम कोर्ट सॉफ्टवेयर पेटेंट को स्‍वीकार नहीं करता था।'

कई लोग शिवा के दावे का समर्थन करते हैं जिनमें फ‍िलॉसोफर व एक्टिविस्‍ट नोम चॉम्‍स्‍काई भी शामिल हैं। अय्यादुरई कहते हैं कि जिन मीडिया आउटलेट्स या अन्‍य लोगों ने मुझे ईमेल का आविष्‍कार करने का श्रेय दिया, उन्‍हें अमेरिका के मिलिट्री इंडस्‍ट्रियल कॉम्‍प्‍लेक्‍स ने खबर हटाने या सफाई देने के लिए मजबूर किया।

उनके मुताबिक 'अमेरिका का डिफेंस प्रतिष्‍ठान लोगों को यह दिखाना चाहता है कि उनके टैक्‍स के डॉलर्स से जीपीएस जैसी चीजें बनाते हैं। मगर इस तरह के आविष्‍कार कहीं और होते हैं जो कम खर्च पर किए गए होते हैं। यही बात मैं साबित करना चाहता हूं।'