एडमिरल सुनील लांबा ने 31 मई 2016 को नौसेना प्रमुख का पदभार ग्रहण कर लिया है. नौवहन एवं निर्देशन में विशेषज्ञ 58 वर्षीय लांबा का नौसेना प्रमुख पद पर कार्यकाल 31 मई 2019 यानि तीन वर्ष तक के लिए होगा. 6 मई, 2016 को सरकार ने सुनील लांबा को नौसेना की कमान संभालने का फैसला किया.
लांबा एडमिरल आर के धवन का स्थान लेंगे जो सेवानिवृत्त हो रहे हैं. डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के छात्र रह चुके लांबा नौसेना प्रमुख बनने वाले 21 वें भारतीय होंगे.
प्रथम दो नौसेना प्रमुख ब्रिटिश थे.
सुनील लांबा के बारे में-
सुनील लांबा ने कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट, सिकंदराबाद में संकाय सदस्य के रूप में सेवा दी
तीन दशक से अधिक समय के करियर में समृद्ध ऑपरेशनल एवं स्टाफ अनुभव रखने वाले लांबा ने जंगी जहाज आईएनएस सिंधुदुर्ग और फ्रिगेट आईएनएस दुनागिरि पर नेविगेटिंग अधिकारी के तौर पर सेवाएं दी है.
वे अग्रिम पंक्ति के चार जंगी जहाजों की कमान संभाल चुके हैं.
जिनमें आईएनएस काकीनाडा, आईएनएस हिमगिरि और आईएनएस रणविजय और आईएनएस मुंबई शामिल है.
लांबा पश्चिमी बेड़े के फ्लीट ऑपरेशन ऑफिसर और दक्षिणी एवं पूर्वी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ का काम भी कर चुके हैं.
वह पश्चिमी नौसेना कमान का प्रमुख नियुक्त किए जाने से पहले दक्षिणी नौसेना कमान के कमांडर इन चीफ थे.
उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक और अति विशिष्ट सेवा पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है.