Wednesday 31 December 2014

2014 भारत: क्या-क्या रहा ख़ास


2014 भारत: क्या-क्या रहा ख़ास..





इस साल भारत को एक नया प्रधानमंत्री और नोबल पुरस्कार मिला. साथ ही देश ने मंगल की कक्षा में सफलता पूर्वक एक सैटेलाइट स्थापित किया.

साल 2014 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को पोलियो मुक्त घोषित किया.

लेकिन, इनके अलावा कुछ दुखद घटनाएं भी सुर्खियों में रहीं. भारत प्रशासित कश्मीर में भयानक बाढ़ आई तो विभिन्न क्षेत्रों के कई नामी लोग इस वर्ष हमारे बीच नहीं रहे.
साल भर सुर्खियों में रही घटनाएँ -
मोदी की जीत

मई में हुए आम चुनावों में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिली. भारत में पिछली 30 साल में पहली बार किसी दल को अपने दम पर स्पष्ट बहुमत मिला.

एलके आडवाणी और एमएम जोशी जैसे वयोवृद्ध नेताओं को नज़रअंदाज़ किए जाने के बावजूद और अन्य दलों के भारी विरोध के बीच मोदी ने अमरीकी चुनावों की तर्ज पर प्रचार करते हुए भाजपा को जीत दिलाई.

महत्वपूर्ण है कि गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर उनके 'विवादास्पद रिकॉर्ड,' उनके कार्यकाल में हुए 2002 के गुजरात दंगों में एक हज़ार लोगों के मारे जाने (जिनमें अधिकतर मुसलमान थे) के बावजूद उनके नेतृत्व में भाजपा को बहुमत मिला और वे 26 मई को प्रधानमंत्री बने.

कांग्रेस को मिली ऐतिहासिक हार और लोकसभा में उसकी सीटों का आंकड़ा 44 पर पहुँच गया.
केजरीवाल का इस्तीफ़ा

दिल्ली विधानसभा में शानदार प्रदर्शन (28 सीटें) के बाद कांग्रेस के समर्थन से मुख्यमंत्री बने अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से केवल 49 दिनों बाद इस्तीफ़ा दे दिया.

विधानसभा में भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल विधेयक पारित करवाने की कोशिश में कांग्रेस और भाजपा से समर्थन न मिलने की वजह से केजरीवाल ने सत्ता छोड़ दी थी.

लेकिन लोकसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) महज चार सीटें जीत सकी.

विश्लेषकों का कहना है कि आम चुनाव में इस झटके का एक अहम कारणअरविंद केजरीवाल का दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देना था.

'आप' का उदय 2011 में उठे भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के बाद हुआ था, जिसने असर देश में कई जगहों पर देखने को मिला था.

पिछली फ़रवरी में विधानसभा में भ्रष्टाचार विरोधी विधेयक न पास हो पाने के बाद केजरीवाल ने सत्ता छोड़ दी थी.
मंगल मिशन

अंतरिक्ष तकनीक में भारत को बड़ी सफलता 2014 में मंगल मिशन के रूप में मिली. भारत के मार्स ऑर्बिटर मिशन - मंगलयान ने 24 सितम्बर को लाल ग्रह की कक्षा में चक्कर लगाना शुरू कर दिया.

पहली ही कोशिश में मंगल की कक्षा में सफलता पूर्वक अपने सैटेलाइट स्थापित करने वाला भारत दुनिया पहला देश बना गया.

इस मिशन की सफलता और अपनी विशेषज्ञता के लिए भारतीय अंतरिक्ष शोध संगठन (इसरो) को सभी देशों से तारीफ़ मिली.

सफल मंगल मिशन चलाने वाले देशों की सूची में अमरीका, रूस और यूरोप के बाद भारत का नाम भी जुड़ गया.
नोबल पुरस्कार

यह साल इसलिए भी याद किया जाएगा क्योंकि भारतीय बाल अधिकार कार्यकर्ताकैलाश सत्यार्थी को पाकिस्तान की शिक्षा कार्यकर्ता मलाला यूसुफ़ज़ई के साथ नोबल पुरस्कार मिला.

साठ वर्षीय सत्यार्थी एक गैर-सरकारी संस्था 'बचपन बचाओ आंदोलन' चलाते हैं जो भारत में बालश्रम को रोकने के लिए काम करती है.

सत्यार्थी की पहल से भारत में बंधुआ मज़दूरी करने वाले 80,000 से ज़्यादा बच्चों को मुक्ती दिलाने में मदद मिली.

पुरस्कार समारोह के दौरान सत्यार्थी ने कहा, "अपने बच्चों को सपने देखने से रोकने से बड़ी कोई हिंसा नहीं है. मैं इस बात को मानने से इनकार करता हूं किगुलामी का बंधन आज़ादी की तमन्ना से अधिक मजबूत हो सकता है."
पोलियो मुक्त भारत

पोलियो के खिलाफ़ भारत का लंबा संघर्ष अंततः मार्च में सफल हुआ. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आधिकारिक रूप से भारत को 'पोलियो मुक्त' देश का दर्जा दे दिया.

विश्लेषकों के अनुसार, भारत की ख़स्ताहाल सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था को देखते हुए यह उपलब्धि महत्वपूर्ण है.

पोलियो के खिलाफ़ मिली इस सफलता का श्रेय उन स्वास्थ्य महकमों और टीकाकरण टीमों की अथक कोशिशों को दिया गया, जिन्होंने एक दशक तक व्यापक अभियान चलाया.
कश्मीर में बाढ़

भारत प्रशासित कश्मीर में सितम्बर में आई भयानक बाढ़ से कम से कम 270 लोगों की मौत हो गई, जबकि हजारों अब भी बेघर हैं.

राज्य में बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य के लिए भारतीय सुरक्षा बलों को लगाया गया था.

पिछले 60 सालों में आई इस सबसे भयानक बाढ़ में पूरे के पूरे गांव डूब गए और भारतीय सुरक्षा बलों में राज्य में बड़े पैमाने पर बचाव कार्य किए.

राजधानी श्रीनगर तक के मुख्य इलाके पानी में डूब गए और लोग बचाव टीमों के इंतज़ार में अपने घरों की छतों पर खड़े दिखे.
भारत का 29वां राज्य

सालों तक चले हिंसक आंदोलनों को बाद नए 29वें राज्य तेलंगाना को बनाने के लिए दो जून को आंध्र प्रदेश का विभाजन किया गया.

राज्य में हुए चुनावों के बाद तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नेता के चंद्रशेखर राव ने नए राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण किया.

राव और उनकी पार्टी ने अलग राज्य के लिए 14 सालों तक संघर्ष किया और नया राज्य बनाने के लिए इस आंदोलन को फैलाया.

तेलंगाना के लोगों ने नए राज्य के गठन की खुशी मनाई, जबकि सीमांध्र और रायलसीमा के लोगों ने निराशा व्यक्त की.
जो चले गए...लेखक एवं पत्रकार ख़ुशवंत सिंह (1915-2014)

वर्ष 2014 में भारत ने कई क्षेत्रों की विशिष्ट हस्तियों को खो दिया.

हिन्दी लेखक अमरकांत, मराठी कवि नामदेव ढसाल, कन्नड़ लेखक यूआर अनंतमूर्ति, अंग्रेजी लेखक ख़ुशवंत सिंहइस साल हमारे बीच नहीं रहे.

प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना सितारा देवी, कार्टूनिस्ट प्राण, फ़िल्म कलाकार देवेन वर्मा, तमिल फ़िल्म निर्माता-निर्देशक के बालचंदर का भी इस साल निधन हुआ.

न्यायविद एवं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश वीआर कृष्णा अय्यर और पत्रकारबीजी वर्गीज भी हमारे बीच नहीं रहे.

योग गुरु बीकेए अयंगर का 20 अगस्त को 95 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. भारत के बाहर ख़ासकर अमरीका में योग को लोकप्रिय बनाने का श्रेय अयंगर को दिया जाता है.

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